Sc st obc मणिपुर आइए सारे माइनॉरिटी मणिपुर में आइए Sc st obc मणिपुर आइए देश की आबरू आके खुद बचाइए सिद्ध नाग बनो हर युवा देश का भीख ना...
Sc st obc मणिपुर आइए
सारे माइनॉरिटी मणिपुर में आइएSc st obc मणिपुर आइए
देश की आबरू आके खुद बचाइए
सिद्ध नाग बनो हर युवा देश का
भीख नाग बनो हर युवा देश का
नारी में हर फूलन देवी चाहिए
नारी में हर फूलन देवी चाहिए
Sc st obc मणिपुर आइए
माता बहनों की आबरू खुद बचाइए
नारी नग्न हो रही दुराचार हो रहे
मणिपुर बेटी, बहु दुराचार सह रहे
ये मुल्क वंचितों का है,एक हो जाइए
उनकी संवेदना में खुद को पाइए
लूटेरों के जुल्म बहुत हो लिए
इन लूटेरों को पनहे में लाइये
धोखेबाजों के धोखे बहुत सह लिए
लूटकर देश को वो यहां रह लिए
कह रहा है वतन इन लूटेरों से अब
लौटकर वापसी अपने घर जाइये
Sc st obc मणिपुर आइए
देश की आबरू आके खुद बचाइए
जुल्मी का जुल्म कब तक देखोगे तुम
घूट रहा गला सांस होती है गुम
अब ना लूटने दो,अब ना जलने दो
दामन देश का
पर्दा फास करो साधू के भेष का
मान सम्मान न्याय नागरिक चाहिए
बेदाग देश का वो आँचल चाहिए
Sc st obc मणिपुर आइए
देश की आबरू आके खुद बचाइए
~ मणिपुर आइए | महेंद्र कामा
उनकी संवेदना में खुद को पाइए
लूटेरों के जुल्म बहुत हो लिए
इन लूटेरों को पनहे में लाइये
धोखेबाजों के धोखे बहुत सह लिए
लूटकर देश को वो यहां रह लिए
कह रहा है वतन इन लूटेरों से अब
लौटकर वापसी अपने घर जाइये
Sc st obc मणिपुर आइए
देश की आबरू आके खुद बचाइए
जुल्मी का जुल्म कब तक देखोगे तुम
घूट रहा गला सांस होती है गुम
अब ना लूटने दो,अब ना जलने दो
दामन देश का
पर्दा फास करो साधू के भेष का
मान सम्मान न्याय नागरिक चाहिए
बेदाग देश का वो आँचल चाहिए
Sc st obc मणिपुर आइए
देश की आबरू आके खुद बचाइए
~ मणिपुर आइए | महेंद्र कामा
Sc/st/obc Manipur Aaiye
Desh ki aabroo Aake khud bachaiye
Sc/st/obc manipur Aaiye
Desh ki Aabroo Aake khud bachaiye
Siddh naag bano har yuva desh ka
Bhikh naag bano Har Yuva desh ka
Naari me har, phoolan Devi chahiye -2
Sc/st/obc Manipur Aaiye
Desh ki aabroo Aake khud bachaiye
Naari Nagn ho rahi Durachar sah rahi
Manipur Beti, Bahu Durachar sah rahe
Ye mulk vanchiton ka hai
Ek ho jaiye
Unki samvedana me khud ko paiye
Looteron ke julm bahut ho liye
In looteron ko paneh me Laiye
Dhokhebajon ke dhokhe bahut
Sah liye
Lootakar desh ko vo yahan rah liye
Kah raha hai vatan in looteron se ab
Lautkar vapasi apne ghar Jaiye
Sc/st/obc Manipur Aaiye
Desh ki aabroo Aake khud bachaiye
Julm ka julm kab tak dekhoge tum
Ghoot raha hai galaa sans hoti hai gum
Ab naa lootane do ab naa jalane do
Daman desh kaa
Parda fas karo sadhoo ke bhesh kaa
Maan samman , nyay har nagrik chahiye
Bedag desh ka vo aanchal chahiye
Sc/st/obc Manipur Aaiye
Desh ki aabroo Aake khud bachaiye
~ Manipur Aaiye | Mahendra Cama
No comments