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इतिहास लिखेंगे ETIHAS LIKHENGE |MULNIVASI POEM

  नई उमंग और नए जोश संग अब नया इतिहास लिखेंगे जो अब तक ना रचा किसी ने ऐसा वो इतिहास रचेंगे गौरव गाथा को भारत की अब उत्तराखंड के साथ लिख...

युवा विद्यार्थी YUVA VIDYARTHI | MULNIVASI POEM

  है देश की हिम्मत युवा विद्यार्थी है देश की शक्ति युवा विद्यार्थी ये मुल्क है अपना ज्ञान का सारथी ज्ञान का सारथी है देश की हिम्मत युवा...

आओ हम मिलजुलकर AAO HAM MILJULKAR | MULNIVASI POEM

            आओ हम मिलजुल कर चलो हम मिलजुल कर सभ्यता अपनी लायेंगे आओ हम मिलजुल कर सुंदर जहां बनाएंगे समता वाली राहें सबको न्याय सभी के हक...

मुट्ठी भर MUTTHI BHAR | MULNIVASI POEM

  मुठ्ठी भर हैं मगर हमको डरना नहीं बुजदिलों की तरह रोज मरना नही सच की राह पे हम तो चले है सदा राह अपनी वही हमको चलना वंही   मुट्ठी भर ह...

एलान कर देंगे ELAAN KAR DENGE | MULNIVASI POEM

  हक अपने लेने का अब ऐलान कर देंगे सोए हुए लोगों में हम चिंगारी भर देंगे - 2 खुशहाल रहें जो नश्लें निर्माण करेंगे राहें मुस्कायेगा हर च...

भारत महान, BHARAT MAHAN, INDIA | MULNIVASI POEM

  उम्मीदों के पैर लगाकर मंजिल पर हम चलते जाएं आशाओं से बुलंदियां लेकर आओ एक तस्वीर बनाएं सुंदर स्वच्छ जहान की मेरे भारत महान की पानी ...

मुश्किलें MUSHKILE |MULNIVASI POEM

  मुश्किलें चाहे कितनी बड़ी हों उम्र लम्हों से ज्यादा नही है हो अमावस भी कितनी ही काली सुबह उतनी ही प्यारी लगी है रोशनी को छुपाती घटाये...

जूनून JUNOON | MULNIVASI POEM

  मेहनत करने वाले तो एक दिन खूब निखरते हैं आगे ही आगे बढ़ते हैं जो मुश्किल से ना डरते हैं कुंजी है जो सफलता की वही परिश्रम है यारों जो भ...

नन्हे परिंदे NANHE PARINDE|| MULNIVASI POEMS

नन्हे हम परिंदे छूलेगे आसमान देखेगी दुनियां सारी देखेगा ये जहाँ इरादे करके अब फोलादी चीर तूफ़ान आगे बढ़ चूमेगी कदम मंजिल खोया है तू कहाँ...

होंसलें HONSALEN||Mahendra Cama

मुश्किलों का हल निकलेगा आज नही तो कल निकलेगा चारो और है घना अँधेरा अपने पथ पर चलते रहना  होगी भोर सूरज निकलेगा मुश्किलों का हल निकलेगा ...

शिखर SHIKHAR || Mahendra Cama

  आज कौन है शिखर पर कल कौन होगा ये तय करेंगे कदम ये तय करेगें होंसलें नही है परवाह उन्हें जो लाँघते है सरहदें वो छोड़तें है घर वो छोड़त...