इतिहास लिखेंगे ETIHAS LIKHENGE |MULNIVASI POEM
नई उमंग और नए जोश संग अब नया इतिहास लिखेंगे जो अब तक ना रचा किसी ने ऐसा वो इतिहास रचेंगे गौरव गाथा को भारत की अब उत्तराखंड के साथ लिख...
नई उमंग और नए जोश संग अब नया इतिहास लिखेंगे जो अब तक ना रचा किसी ने ऐसा वो इतिहास रचेंगे गौरव गाथा को भारत की अब उत्तराखंड के साथ लिख...
है देश की हिम्मत युवा विद्यार्थी है देश की शक्ति युवा विद्यार्थी ये मुल्क है अपना ज्ञान का सारथी ज्ञान का सारथी है देश की हिम्मत युवा...
आओ हम मिलजुल कर चलो हम मिलजुल कर सभ्यता अपनी लायेंगे आओ हम मिलजुल कर सुंदर जहां बनाएंगे समता वाली राहें सबको न्याय सभी के हक...
अपने महापुरुषों से भैया हमको तो प्रीत है मेरी उपलब्धि सारी उन्ही की जीत है मेरी उपलब्धि सारी उन्ही की जीत है अपने महापुरुषों से...
नई बुलंदी ,नई उचाई हम छूने आये हैं अपनी हिम्मत अपने जोश के रॉकेट संग लाये है नई बुलंदी नई उचाई हम छूने आये हैं हिम्मत और जोश के आगे नतमस...
मुठ्ठी भर हैं मगर हमको डरना नहीं बुजदिलों की तरह रोज मरना नही सच की राह पे हम तो चले है सदा राह अपनी वही हमको चलना वंही मुट्ठी भर ह...
हक अपने लेने का अब ऐलान कर देंगे सोए हुए लोगों में हम चिंगारी भर देंगे - 2 खुशहाल रहें जो नश्लें निर्माण करेंगे राहें मुस्कायेगा हर च...
उम्मीदों के पैर लगाकर मंजिल पर हम चलते जाएं आशाओं से बुलंदियां लेकर आओ एक तस्वीर बनाएं सुंदर स्वच्छ जहान की मेरे भारत महान की पानी ...
मुश्किलें चाहे कितनी बड़ी हों उम्र लम्हों से ज्यादा नही है हो अमावस भी कितनी ही काली सुबह उतनी ही प्यारी लगी है रोशनी को छुपाती घटाये...
युग बदलना है तो क्रांति की जरूरत आज है मुश्किलों से जो लड़ें सर पे उन्ही के ताज है मूक बैठें हैं जो जुल्म के भी दौर में नस्लों की बर्ब...
मेहनत करने वाले तो एक दिन खूब निखरते हैं आगे ही आगे बढ़ते हैं जो मुश्किल से ना डरते हैं कुंजी है जो सफलता की वही परिश्रम है यारों जो भ...
नन्हे हम परिंदे छूलेगे आसमान देखेगी दुनियां सारी देखेगा ये जहाँ इरादे करके अब फोलादी चीर तूफ़ान आगे बढ़ चूमेगी कदम मंजिल खोया है तू कहाँ...
मुश्किलों का हल निकलेगा आज नही तो कल निकलेगा चारो और है घना अँधेरा अपने पथ पर चलते रहना होगी भोर सूरज निकलेगा मुश्किलों का हल निकलेगा ...
आज कौन है शिखर पर कल कौन होगा ये तय करेंगे कदम ये तय करेगें होंसलें नही है परवाह उन्हें जो लाँघते है सरहदें वो छोड़तें है घर वो छोड़त...