अपने महापुरुषों से भैया हमको तो प्रीत है मेरी उपलब्धि सारी उन्ही की जीत है मेरी उपलब्धि सारी उन्ही की जीत है अपने महापुरुषों से...
अपने महापुरुषों से भैया हमको तो प्रीत है
मेरी उपलब्धि सारी उन्ही की जीत है
मेरी उपलब्धि सारी उन्ही की जीत है
अपने महापुरुषों से भैया हमको तो प्रीत
मेरी उपलब्धि सारी उन्ही की जीत है
उन्होंने दिल चाहा हमको अधिकार दिलाया
तोड़कर सारे बंधन परिवर्तन अपनाया
नस्लों को किया सुरक्षित और जीवन को बेहतर
सुरक्षा बेहतरी से जीवन में मीत हैं
अपने महापुरुषों से भैया हमको तो प्रीत
मेरी उपलब्धि सारी उन्ही की जीत है
महापुरुषों के सपनों को हमे साकार है करना
आने वाली पीढ़ी के जीवन में खुशियाँ भरना
हर वंचित रहे खुशहाल ख़ुशी हो सालो साल
सफलता मिले सभी को बालिका और क्या बाल
शहर का मंजर ऐसा सभी में प्रीत है
अपने महापुरुषों से भैया हमको तो प्रीत है
मेरी सारी उपलब्धि उन्ही की जीत है
मेरी उपलब्धि सारी उन्ही की जीत है
~ महापुरुषों से प्रीत है | महेंद्र सिंह कामा
बहुत सुंदर
ReplyDeleteExcellent poem
DeleteThank you
ReplyDeleteBahut sundar kavita
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