आज कौन है शिखर पर कल कौन होगा ये तय करेंगे कदम ये तय करेगें होंसलें नही है परवाह उन्हें जो लाँघते है सरहदें वो छोड़तें है घर वो छोड़त...
आज कौन है शिखर पर कल कौन होगा
ये तय करेंगे कदम
ये तय करेगें होंसलें
नही है परवाह उन्हें
जो लाँघते है सरहदें
वो छोड़तें है घर वो छोड़ते हैं घोंसलें
ये तय करेंगे कदम ये तय करेगें होंसलें
मंजिल पर जाना जिसे
उसने मुड़के देखा नही
मुश्किलों को चीरकर
जो निकालतें है रास्ते
बर्फीले राह में
जो आग से सेका नही
नामुमकिन को मुमकिन करें वो है जोशीले
ये तय करेंगे कदम ये तय करेंगे होंसलें
सूरज का ताप हमेशा
एक सा होता नही
तेज तूफानों ने भी वीरों
को रोका नही
फिर चंद मुश्किलों के सामने
झुकना भी क्यों
तू चल अकेला डगर पर अपनी
जुड़ जाएंगे फिर काफिले
आज कौन है शिखर पर कल कौन होगा
ये तय करेंगे कदम ये तय करेंगे हौसलें
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