सभी साथियों को जय भीम ! जय मूलनिवासी !! जय संविधान !!! जय भारत !!!! आज बहुत ही हर्ष का विषय है जब मुझे आप सभी को बताते हुए बहुत खुशी हो रही...
सभी साथियों को
जय भीम !
जय मूलनिवासी !!
जय संविधान !!!
जय भारत !!!!
आज बहुत ही हर्ष का विषय है जब मुझे आप सभी को बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि आप सभी ने
मेरी website :
WWW.MULNIVASI POEMS.COM
को बहुत प्यार दिया और मेरी कविताओं और गीतों को समाज जीवन मे सभी से रूबरु कराया और मेरे गीत , कविता के माध्यम से समाज मे महापुरुषों की विचार धारा को पहुँचाया, अब आप अपने सभी साथियों को ये कविता गीत एक संग्रह उपहार के रूप में देकर उन्हें महापुरुषों की विचारा धारा गिफ्ट कर सकते है क्योंकि मेरी कविता, गीत का संग्रह
काव्यधारा
भाग - 1
प्रकाशित हो रहा है जो आपको बहुत ही जल्द मिलने वाला है आप सभी महापुरुषों की विचार धारा से प्रेम करने वाले समता स्वतंत्रता न्याय बंधुता का पालन करने वाले साथियों के लिए यह एक खुशख़बरी है
यह पुस्तक समाज मे एक नई चेतना लाएगी और मूलनिवासियों के लिए मार्गदर्शन का कार्य करेगी ।
काव्यधारा
भाग-1
को प्राप्त करने के लिए या समाज मे लोगो बंटवाने के लिए आप मुझे
Email :
mahendracama7@gmail.com
Mobile No.
9719495964, 9997001458
पर सम्पर्क कर सकते है इसका सहयोग राशि है ₹150
जिसको मेरे
a/c N.
04362010048300
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PUNB0722200
पर देकर आप प्राप्त कर सकते है और समाज मे महापुरुषों के विचार का प्रचार प्रसार कविता व गीतों के माध्यम से कर सकते है । अपने हिस्से का योगदान महापुरुषों के आंदोलन में दे सकते हैं ।
आप यह बुक समाज में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए मुझे उपरोक्त बैंक अकाउंट में आर्थिक सहयोग करें ।
जय भीम !
जय मूलनिवासी !!
जय संविधान !!!
जय भारत !!!!
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