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बयां करूं बारिश का हाल BAYAN KARUN BARISH KA HAAL | MAHENDRA CAMA

  बयां करूं बारिश का हाल जगह-जगह भारत बेहाल जो देता था जीवन सबको वही रहा है प्राण निकाल बयान करूं बारिश का हाल  जगह-जगह भारत बेहाल कह...


 

बयां करूं बारिश का हाल
जगह-जगह भारत बेहाल
जो देता था जीवन सबको
वही रहा है प्राण निकाल

बयान करूं बारिश का हाल 

जगह-जगह भारत बेहाल

कहीं बांध में पानी ज्यादा रातों रात दिया निकाल
उस पानी की प्रलय में जल जीवन हुआ बदहाल
कहीं डूबकर मरे जानवर बच्चे बूढ़े और जवान
हुआ रूप जल का विकराल
जल बचना शान था जिसकी
जल से उसकी बचाई कोई जान

बयां करूं बारिश का हाल जगह-जगह भारत बेहाल
जो देता था जीवन सबको वही रहा है प्राण निकाल

खतरे से ऊपर है यमुना दिल्ली की जनता परेशान
डर से धड़कन बढ़ती जाए दिल्ली की बोले आवाम
गंगा के बढ़ते जल स्तर से बिहार पटना भी बदहाल
यूपी में प्रयाग, वाराणसी, मथुरा, बुलंदशहर,                         बिजनौर मुरादाबाद भी बेहाल

बयां करूं बारिश का हाल जगह-जगह भारत बेहाल
जो देता था जीवन सबको वही रहा है प्राण निकाल

उत्तरकाशी की धारली का नहीं धरा पर कहीं है नाम
फूलों की घाटी है चमोली उसकी धारली भी बदहाल
प्रशासन पहुंची है जगह पर सहानुभूति उनकी टकसाल
माल देवता की सड़कों पर नहीं रहा पीडब्ल्यूडी का माल
दूर-दूर तक जल की धारा उत्तराखंड भी है बदहाल
बयां करूं बारिश का हाल जगह-जगह भारत बेहाल
जो देता था जीवन जो सबको
वही रहा है प्राण निकाल

 
~ बयां करूं बारिश का हाल | महेंद्र सिंह कामा

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