हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी भारत की है ये दौलत दुनियां बनी दीवानी हमे प्रेम सभ्यत...
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी
भारत की है ये दौलत दुनियां बनी दीवानी
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी
ये सभ्यता सबसे पुरानी
उत्तम यहां आवास
उत्तम यहां की राहें
उत्तम यहां हैं घाट
सबसे पहले पक्के घर हैं
जिनकी सबसे ऊपर ठान्ट
शहरी कारण है सबसे पहला
सबसे पहले हैं हथियार
सबसे पहले बने शौचालय
सबसे पहले स्नानागार
पुरातत्व दिखा डाला है
जिसकी सभ्यता निशानी
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी -2
भारत की है ये दौलत दुनियां बनी दीवानी
विश्व मे सबसे पहले जिसने
आवासीय विकास किया
दुनियां को पक्की दी इमारत
जिनकी अब तक भी हैं दीवार
ग्रीक ने जिसको अपनाकर के
सभ्यता अपनी ली है उभार
इंडस वैली सिविलाइजेशन
से दुनियां नही है अंजनी , दुनिया नही है अंजानी
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी
भारत की है ये दौलत दुनियां बनी दीवानी
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी
~ हमे प्रेम सभ्यता से | महेंद्र सिंह कामा
Hame Prem Sabhyata se Sindhu sabhyata purani
उत्तम यहां आवास
उत्तम यहां की राहें
उत्तम यहां हैं घाट
सबसे पहले पक्के घर हैं
जिनकी सबसे ऊपर ठान्ट
शहरी कारण है सबसे पहला
सबसे पहले हैं हथियार
सबसे पहले बने शौचालय
सबसे पहले स्नानागार
पुरातत्व दिखा डाला है
जिसकी सभ्यता निशानी
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी -2
भारत की है ये दौलत दुनियां बनी दीवानी
विश्व मे सबसे पहले जिसने
आवासीय विकास किया
दुनियां को पक्की दी इमारत
जिनकी अब तक भी हैं दीवार
ग्रीक ने जिसको अपनाकर के
सभ्यता अपनी ली है उभार
इंडस वैली सिविलाइजेशन
से दुनियां नही है अंजनी , दुनिया नही है अंजानी
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी
भारत की है ये दौलत दुनियां बनी दीवानी
हमे प्रेम सभ्यता से सिंधु सभ्यता पुरानी
~ हमे प्रेम सभ्यता से | महेंद्र सिंह कामा
Hame Prem Sabhyata se Sindhu sabhyata purani
Barat ki hai ye daulat duniya bani diwani
Hame pyar sabhyata se
Sindhu sabhyata purani
Sabse purani sabhyata ye
Sabse uttam yahan aawas
Sabse uttam yahan ki rahen
Sabse uttam yahan ke ghaat
Sabse pahale pakke ghar hai
Jinaki sabse upar thant
Shaharikaran hai sabse pahala
Sabse pahale hain hathiyaar
Sabse pahale bane shauchalay
Sabse pahale snanagar
Puratatv dikha dala hai
Jisaki sabhyata nishani
Hame Prem Sabhyata se Sindhu sabhyata purani
Barat ki hai ye daulat duniya bani diwani
Hame pyar sabhyata se
Sindhu sabhyata purani
Vishv me sabse pahale
Jisane avasiy vikas kiya
Vishv pakki di hai imarat
Jisaki ab tak bhi hai diwar
Greek ne jisako apanakar
Sabhyata Apani li hai ubhara
Indus civilization se
Duniya nahi hai anjani
Duniya nahi hai anjani
Hame Prem Sabhyata se Sindhu sabhyata purani
Barat ki hai ye daulat duniya bani diwani
Hame pyar sabhyata se
Sindhu sabhyata purani
Very good poem
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