विस्तार कर संघ का वतन मुटठी में कर जीवन शोषितों का तू फिर खुशियों से भर है मिशन बाबा का खुशियों से जीवन हो तर समानता ही मिले नजर ज...
विस्तार कर संघ का वतन मुटठी में कर
जीवन शोषितों का तू
फिर खुशियों से भर
है मिशन बाबा का खुशियों
से जीवन हो तर
समानता ही मिले नजर
जाये जिधर
चल के देख ले तू
है मुश्किल डगर
धुप खुशियों कि फिर
आये हर एक घर
साथ छोड़ना नही समाज का
किसी भी राह पर
लेकर पद अपना
समाज का प्रतिनिधित्व कर
हर घर हो जाग्रत समाज का
कुछ ऐसा तू कर
बाँट ज्ञान सभी को
जोश जन जन में भर
विस्तार कर संघ का
वतन मुटठी में कर
जीवन शोषितों का तू
फिर खुशियों से भर
धुप खुशियों कि फिर
आये हर एक घर
साथ छोड़ना नही समाज का
किसी भी राह पर
लेकर पद अपना
समाज का प्रतिनिधित्व कर
हर घर हो जाग्रत समाज का
कुछ ऐसा तू कर
बाँट ज्ञान सभी को
जोश जन जन में भर
विस्तार कर संघ का
वतन मुटठी में कर
जीवन शोषितों का तू
फिर खुशियों से भर
Vishtaar Kar sangh ka
Vatan mutthi me kar
Jivan soshiton ka tu
Phir khushiyon se bhar
Hai Mission baba ka
Khushiyon se jivan ho tar
Samaanta hi mile
Nazar jaye jidhar
Chal ke dekh le tu
Hai Mushkil Dagar
Dhoop khushiyon ki
Phir aaye har ek ghar
Sath chhodana nahi samaj ka
Kisi bhi raah par
Leke pad apna
Samaj ka parinidhitva kar
Har ek ghar ho jagrt
Kuchh aisa tu kar
Baant gyaan sabhi ko
Josh jan jan me bhar
Vishtaar Kar sangh ka
Vatan mutthi me kar
Jivan soshiton ka tu
Phir khushiyon se bhar
~ Dhoop Khushiyon ki |Sarita Singh Cama
No comments