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व्रक्ष VARKSH ,TREE | MULNIVASI POEM

  वृक्षों से है हरियाली प्रकृति सुंदरता की है प्याली एक एक वृक्ष लगाकर देखो मिल जाएगी सबको खुशहाली उष्णता जब बढ़ती है सूरज से जीव हो ज...

 


वृक्षों से है हरियाली

प्रकृति सुंदरता की है प्याली
एक एक वृक्ष लगाकर देखो
मिल जाएगी सबको खुशहाली

उष्णता जब बढ़ती है सूरज से
जीव हो जाते हैं बेहाल
छांव देखकर सभी को
वृक्ष बनते हैं सब की ढाल

मेघों का वृक्षों से है आकर्षण
बरसता है जिनसे पानी
बसंत का आभास है इनसे
कोयल सुनाती जिन पर मधुर वाणी

हरा भरा हो सारा जग
समृद्धि का रंग हरा है
कामा जी ने जो चुनकर
रंग तिरंगे में भरा है

बिना सिंचे बिना देखे
सबको देते फलाहार
मिटा अस्तित्व अपने तनु से
मानव जीवन को देते बहार

~ व्रक्ष | महेंद्र कामा 

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