युगों युगों से बात चली है झूठ हमेशा हारा है जो निकले हैं सच के पथ पर उनसे जग उजयारा है समस्त धरा जिसका है घर जीव हित में वो लिखते ...
युगों युगों से बात चली है झूठ हमेशा हारा है
जो निकले हैं सच के पथ पर
उनसे जग उजयारा है
समस्त धरा जिसका है घर
जीव हित में वो लिखते
सत्य मेव जयते
सत्य मेव जयते
सत्य ना माने जात-पात को
उसके लिए सब धर्म समान
सूरज पुंज सा वो चमके है
सत्य मार्ग है जिसका मान
नभ से धारा तक उसकी शान
प्रतिकूल फिजा में भी
सच को सच वो हैं कहते
सत्य मेव जयते
सत्य मेव जयते
नभ से धरा तक इंदु किरण
सूरज सत्य का प्रकाश है
फूलों में है खुशबू वो ही
वह पवन गति आगाज है
कल-कल प्रवाहिनी राग है
पंछियों की चंह चंह उपवन में
संग हर उमंग में वह रहते
सत्य मेव जयते
सत्य मेव जयते
yugon yugon se bat chali hai
Jhuth hamesha hara hai
Jo nikale hai sach ke path pe
Unse Jag Ujiyara hai
Samst dhara hai jisaka ghar
Jiv hit me vo likhte
Satya mev jayte - 2
Satya nahi mane jaat paat ko
Usake liye sab dhrm saman
Surj punj sa vo chamke hai
Satya marg hai jisaka maan
Nabh se dhara tak usaki Shaan
Prtikul fija me bhi vah sach ko sach hai kahte
Satya mev jayte - 2
Nabh se dhara tak indu kiran
Suraj satya ka prakash hai
Phulon me hai khushboo vahi
Vah pawan Gati aagaj hai
Kal kal prvahini rag hai
Panvhhiyon ki chanh chanh upavan me
Sang Har Umang me vah rahate
Satya mev Jayte - 2
~ सत्य मेव जयते / महेंद्र सिंह कामा
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