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सेवानिवर्त्ति RETIREMENT || MULNIVASI POEM

सेवा निवर्त्ति ख़ुशी का अवसर   लो जीवन में आ गया हल्ला गुल्ला पार्टी होगी ढोल बजेंगे यार नचेंगे ऐसा मौसम छा गया सेवा निवृत्ति ख़ुशी का अव...

सेवा निवर्त्ति ख़ुशी का अवसर 

लो जीवन में आ गया
हल्ला गुल्ला पार्टी होगी
ढोल बजेंगे यार नचेंगे
ऐसा मौसम छा गया
सेवा निवृत्ति ख़ुशी का अवसर
लो जीवन में आ गया

सवस्थ ,सम्रद्ध ,खुशहाल रहो तुम
ऐसी दिल की है भावना
सारे साथी साथ आपके
करते हैं ये कामना
पूरा समय मिला है आपको
जीवन को फिर से जी लो
मस्त होकर घुमो दुनियां - 2
ऐसा वक्त है आ गया
सेवा निवर्त्ति ख़ुशी का अवसर
लो जीवन में आ गया

दफ्तर से हो रहे दूर पर
दिल के तुम नजदीक हो
साथ तुम्हारे ठीक रहे सब
आगे भी सब ठीक हों
ज्ञान जो हमको दिया आपने - 2
यूज मौसम आ गया
सेवा निवर्त्ति ख़ुशी का अवसर
लो जीवन में आ गया

सेवा निवर्त्ति ख़ुशी का अवसर
लो जीवन में आ गया

Sewa nivrtti khushi ka mausam 
Lo jivan me Aa gaya 
Halla gulla Party hogi 
Dhol bajenge yaar Nachenge 
Aisa mausam chha gaya 
Seewa Nivartti khushi Avasar 
Sewa nivrtti khushi ka mausam 
Lo jivan me Aa gaya 

Swasth samraddh khushhal raho tum 
Aisi dil ki hai bhavan
Sare sathi sath aapke 
Karte hain ye kamana 
Poora samay mila hai Aapka 
Jivan ko fir se ji lo 
Mast ho kar ghumo duniya 
Aisa vakt hai aa gaya 
Sewa Nivrrati khushi ka mausam 
Lo jivan me Aa gaya 

Daftar se ho rahe dur par 
Dil ke tum Najadik ho 
Sath tumhare thik rahen sab 
Aage bhi sab thik hon 
Gyaan jo hamko diya aapne 
Yooj ka mausam Aa gaya 
Sewa nivrtti khushi ka mausam 
Lo jivan me Aa gaya 

~sewa Nivrtti khushi ka mausam  || Mahendra Cama 

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